giloy ke fayde | neem giloy ke fayde | नीम गिलोय तुलसी के 10 फायदे | नीम गिलोय के फायदे

giloy ke fayde | neem giloy ke fayde | नीम गिलोय तुलसी के फायदे | नीम गिलोय के फायदे :-

गिलोय अथवा नीम गिलोय एक बहुत ही फायदेमंद औषधि हैं , इसके सेवन से शरीर की कमजोरी दूर होती हैं , और साथ ही में ही हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) भी बढ़ती हैं ।

कोरोना की इस बीमारी में बहुत से लोगों ने नीम गिलोय के सेवन बहुत किया हैं । कई लोग इसके काढ़े का सेवन करते हैं। तो कई इस्सके जूस जो की बाजारों में उपलब्ध है उसका सेवन करते है । नीम गिलोय का पाउडर भी बाजारों में उपलब्ध होता है ।

नीम गिलोय के फायदे के बारे में जानने से पहले हम आपको नीम गिलोय के बारे में कुछ जानकारी देते है ।

neem giloy kya hain ?

दोस्तों दरअसल नीम गिलोय एक तरह की बेल होती हैं । जिसे गिलोय कहते है , और जब ये किसी नीम के पेड़ पर पायी जाती है तो तब इससे नीम गिलोय के नाम से जाना जाता हैं ।

हालाँकि गिलोय किसी भी पेड़ पर हो ये बहुत गुणकारी बेल होती हैं , लेकिन नीम पर पायी जाने वाली गिलोय सबसे ज्यादा लाभकारी होती हैं क्योंकि ये नीम के गुणों को भी अपने अंदर अवशोषित कर लेती हैं ।

नीम गिलोय के पत्ते पान के पते जैसे ही लगते हैं और इसकी बेल के एक टुकड़े की मदद से भी इसको उगाया जा सकता हैं ।

आपको बता दे की गिलोय में गिलोइन नमक एसिड पाया जाता है साथ ही इसमें कई सरे मिनरल्स जैसे की आयरन , कॉपर , मैगनीज, फास्फोरस , जिंक , केल्सियम इत्यादि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं । ( giloy ke fayde | neem giloy ke fayde | नीम गिलोय तुलसी के फायदे | नीम गिलोय के फायदे )

giloy ke fayde:-

आपको बता दे गिलोय में कई सारे औषधीय गुण पाए जाते है । जो की हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक होते हैं ।

नीम गिलोय का सेवन चाहे काढ़े के रूप में चाहे फिर जूस के रूप में हफ्ते में एक बार सेवन करने से शरीर कई तरह के रोग दोषो से मुक्त रहता हैं ।

आपको बता दे की नीम गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट गुण और साथ ही में एंटी इंफ्लामेन्ट्री गुण पाए जाते है जो शरीर की कई सारी बीमारियों से लड़ने में सहायक होता है , और साथ ही इसमें कैंसर रोधी गुण भी पाए जाये हैं ।

1. यदि डेंगू के रोग से बीमार व्यक्ति को यदि नीम गिलोय का काढ़ा दिन में तीन बार पिलाया जाये तो इससे उस रोगी की प्लेटलेट्स कभी भी नहीं कम होती हैं । क्योंकि डेंगू जैसी बीमारी में रोगी की प्लेटलेट्स कम होने का खतरा बना रहता है ।

2. डायबिटीज से ग्रसित लोगो के लिए भी नीम गिलोय अत्यंत लाभकारी होती है, क्योकि ये डायबिटीज से ग्रसित लोगो के शुगर लेवल को नियंत्रित करता हैं ।

3. अगर आपको कब्ज, गैस , एसिडिटी और अपच जैसी समस्या रहती हैं तो अगर आप इसके काढ़े का सेवन करेंगे तो ये आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है । आपकी इन समस्या का जल्द से जल्द छुटकारा मिल जाता है ।

4. चूँकि नीम गिलोय में एंटी एलर्जिक गुण पाया जाता है अतः इसका काढ़ा पीने से आपकी खासी भी जल्द से जल्द ठीक हो जाती हैं ।

5. लिवर की समस्या वाले लोगो को भी नीम गिलोय के जूस का सेवन करना चाहिए ।

6. चूँकि नीम गिलोय में एंटीइंफ्लामेन्ट्री गुण होता है अतः ये अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद औषधि हैं ।

7. इसमें एंटीपायरेटिक गुण पाए जाने के कारन इसके काढ़े का सेवन करने से पुराने से पुराने बुखार को भी ठीक कर सकता हैं ।

8. नीम गिलोय का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्युनिटी) मजबूत होती हैं ।

9. नीम गिलोय का सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती हैं । अतः ये एनीमिया जैसे बीमारी में काफी फायदेमंद हैं ।

10. नीम गिलोय के पतों के रस का सेवन से पीलिया जैसे बीमारी भी ठीक हो सकती हैं ।

Neem giloy ke side effect:-

हलांकि नीम गिलोय हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होतो हैं । लेकिन इनके सेवन में कुछ सावधानिया बरतनी चाहिए ।

1. चूँकि नीम गिलोय का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है लेकिन कभी कभी इम्युनिटी के अधिक सक्रिय होने के कारन ऑटो इम्यून सिस्टम का खतरा बढ़ जाता हैं ।

2. लौ ब्लड प्रेशर ( Low Blood pressure ) वाले लोगों को नीम गिलोय के सेवन से बचना चाहिए ।

3. उन महिलाओ को भी नीम गिलोय के सेवन से बचना चाहिए , जो या तो अभी गर्भावस्था में हो या अभी स्तनपान करती हो ।
अतः ऐसी महिलाओ को नीम गिलोय का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए ।

अतः उपरोक्त फायदों और नुकसान से ये निष्कर्ष निकलता है की नीम गिलोय का सेवन आवश्यक्ता के अनुरूप ही करना चाहिए । और अगर आप किसी सर्जरी अथवा किसी प्रकार से अवस्थ हो तो आपको नीम गिलोय का सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लेना चाहिए ।

नीम गिलोय का काढ़ा बनाने की विधि :-

चूँकि कुछ लोग नीम गिलोय का काढ़ा पीते है तो कोई इसका जूस पीता हैं । हलांकि नीम गिलोय का जूस बाजार में कई तरह से उपलब्द हैं ।

तो हम सिर्फ आपको आज इस आर्टिकल में नीम गिलोय का काढ़ा बनाने की विधि बताएंगे । हालाँकि नीम गिलोय का काढ़ा कई तरह से बनता है । और कुछ लोग अपने स्वाद के हिसाब से इस काढ़े में कुछ अतरिक्त सामग्री मिला या घटा भी सकते हैं ।

इसके लिए आपको नीम गिलोय के 3-4 इनके टुकड़े को अच्छी तरह कूट कर एक से दो गिलाश पानी में उबलने के लिए डाल दे ।

इसके साथ आप इसमें करीबन 4 से 5 तुलसी पतों, थोड़ा सा अदरक ( कूटा हुवा ), 1-2 लॉन्ग और काली मिर्च ( अच्छी तरह कुटी हुई ), भी डाले।

कुछ लोग इसमें थोड़ा सा गुड़ भी मिला देते है ताकि इससे पीने में आसानी रहे ।

अब इससे तब तक उबलने दे जब तक की इसका पानी लगभग एक कप के आसपास न रह जाये । जब ये अच्छी तरह उबल जाये और इसका पानी एक कप के बराबर हो जाये तो तब इसे छानकर इसकी 2-3 चमच्च अथवा आधे कप काढ़े को थोड़ा ठंडा होने पर पिए ।

Note:- किसी भी स्वस्थ्य से समन्धित वस्तु को ग्रहण करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर ले ।

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